सन्दर्भ-हर वर्ष 1 मार्च को शून्य भेदभाव दिवस के रूप में मनाया जाता है।
थीम/विषय है-“रिमूव लॉज़ दैट हार्म,क्रिएट लॉज़ दैट एम्पॉवर”
उद्देश्य है-सभी तरह के भेदभाव को समाप्त करने के लिए एकजुटता के वैश्विक आंदोलन को बनाने में मदद करना,तथा पूरी दुनिया में कानून के समक्ष और व्यवहार में समानता को बढ़ावा देना।
प्रमुख तथ्य-यह दिवस संयुक्त राष्ट्र व अन्य संगठनो द्वारा मनाया जाता है।
:यह दिवस सभी को सम्मान के साथ तथा किसी भी प्रकार के भेदभाव से मुक्त जीवन जीने के अधिकार को बताता है।
:इसके अतिरिक्त किसी भी व्यक्ति के साथ जाति,लिंग,भाषा,रंग,उम्र तथा स्वास्थ्य के आधार पर भेदभाव न करने का सन्देश देता है।
:इस साल WHO सभी लोगो के HIV,वायरल हेपेटाइटिस या यौन संचारित संक्रमण के हालात के फिक्र किए बिना सम्मान सहित बेहतर जीवन जीने के अधिकार पर प्रकाश डालता है।
:इसके अतिरिक्त यह दिन विशेष रूप से UNAIDS जैसे संगठनो द्वारा मनाया जाता है,जो HIV/AIDS से पीड़ित लोगो के प्रति भेदभाव का कड़ाई से विरोध करता है।
:शून्य भेदभाव दिवस (जीरो डिस्क्रिमिनेशन डे) 2004 हर वर्ष मनाया जा रहा है।
:यह दिवस भेदभावपूर्ण कानूनों और समाज के बीच अन्य भेदभाव के बारें में जागरूकता फैलता है और विभिन्न प्रणालियों को इसे आधिकारिक रूप से समाप्त करने के लिए प्रोत्साहित भी करता है।