सन्दर्भ-महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने मिशन वात्सल्य योजना के लिए दिशानिर्देशों का मसौदा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके सुझाव लेने के लिए भेजा है।
प्रमुख तथ्य-:मिशन वात्सल्य,मिशन शक्ति और पोषण 2.0 के साथ योजनाओं की नई तिकड़ी में से एक है,जिसका उद्देश्य हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल बचपन हासिल करना है।
:यह बाल संरक्षण सेवाओं और बाल कल्याण सेवाओं पर केंद्रित है।
:यह अनिवार्य रूप से चाइल्ड प्रोटेक्शन सर्विसेज नामक पूर्व-में मौजूद योजना का एक बदला हुआ संस्करण है।
:इसके निम्न अवयव है-इसमें वैधानिक निकाय शामिल होंगे,सेवा वितरण संरचनाएं,संस्थागत देखभाल/सेवाएं,गैर-संस्थागत समुदाय-आधारित देखभाल, आपातकालीन आउटरीच सेवाएं (चाइल्डलाइन या बच्चों के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन 1098 के माध्यम से),प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण।
मिशन के उद्देश्य-
1-भारत में हर बच्चे के लिए एक स्वस्थ और खुशहाल बचपन सुनिश्चित करना।
2-एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए।
3-बच्चों के विकास के लिए एक संवेदनशील,सहायक और समकालिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देना।
4-किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अधिदेश को पूरा करने में राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों की सहायता करना।
मिशन का कार्यान्वयन-
1-मिशन के तहत,सरकार की योजना निजी क्षेत्र के साथ-साथ स्वयंसेवी समूहों के साथ भागीदारी करने की है,जो कि परित्यक्त या लापता बच्चों जैसे कमजोर बच्चों की सुरक्षा कर सके।
2-इसके लिए एक वात्सल्य पोर्टल विकसित किया जाएगा जो स्वयंसेवकों को पंजीकरण करने की अनुमति देगा ताकि राज्य और जिला प्राधिकरण उन्हें विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित करने में लगा सकें।