
सन्दर्भ-राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईओटी) ने कहा है कि स्वदेशी रूप से विकसित मानवयुक्त पानी के भीतर पनडुब्बी वाहन,जो तीन मनुष्यों को 6,000 मीटर की गहराई तक ले जाने में सक्षम है।
प्रमुख तथ्य-मत्स्य 6000,समुद्रयान मिशन के लिए 2024 में इसके प्रक्षेपण के लिए मूल रूप से तैयार किया जाएगा।
:डीप ओशन मिशन के तत्वावधान में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और एनआईओटी,चेन्नई द्वारा 2.1 मीटर व्यास वाले टाइटेनियम मिश्र धातु कार्मिक क्षेत्र में तीन लोगों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया मानवयुक्त सबमर्सिबल विकसित किया जा रहा है।
:इसमें 12 घंटे की परिचालन क्षमता होगी और 1000 और 5,500 मीटर के बीच की गहराई पर स्थित पॉलीमेटेलिक मैंगनीज नोड्यूल,गैस हाइड्रेट्स,हाइड्रो-थर्मल सल्फाइड और कोबाल्ट क्रस्ट जैसे गैर-जीवित संसाधनों के गहरे समुद्र में अन्वेषण के लिए 96 घंटे तक आपातकालीन क्षमता का समर्थन करने के लिए सिस्टम होंगे।
:पिछले साल अक्टूबर में,केंद्रीय राज्य मंत्री,विज्ञान और प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान जितेंद्र सिंह ने भारत का पहला और अद्वितीय मानवयुक्त महासागर मिशन समुद्रयान लॉन्च किया था।
:मानवयुक्त सबमर्सिबल के 500 मीटर रेटेड उथले पानी के संस्करण का समुद्री परीक्षण 2022 की अंतिम तिमाही में होने की उम्मीद है और मत्स्य 6000,गहरे पानी से चलने वाली पनडुब्बी 2024 की दूसरी तिमाही तक परीक्षण के लिए तैयार हो जाएगी।