
Photo:PIB
सन्दर्भ-केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने यह बात देश के प्रमुख वाणिज्य एवं उद्योग मंडल फिक्की (FICCI) द्वारा आयोजित ’भारत मक्का शिखर सम्मेलन-2022’ को सम्बोधित किया।
प्रमुख तथ्य- यह शिखर सम्मलेन का 8वां संस्करण है।
:इसका आयोजन वाणिज्य एवं उद्योग मंडल फिक्की द्वारा किया गया।
:भोजन के साथ ही कुक्कट पालन व एथनाल उत्पादन सहित विविध क्षेत्रों में मक्का का इस्तेमाल होने से न केवल भारत में बल्कि विश्व में भी मक्का की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।
:मक्का किसानों की आय बढ़ाने,खासतौर से वर्षा सिंचित क्षेत्र के छोटे एवं सीमांत किसानों की आय बढ़ाने में यह उपयोगी रही है।
:पिछले लगभग 8 साल के दौरान मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य 43 प्रतिशत बढ़ाया गया है।
:कृषि उत्पादों के निर्यात में वृद्धि भी उत्साहवर्धक रही है,जिसका आंकड़ा लगभग चार लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
:कृषि क्षेत्र में काफी निवेश की आवश्यकता है, जिसके लिए एक लाख करोड रु. के कृषि अवसंरचना कोष सहित कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों के लिए डेढ़ लाख करोड़ रु. से ज्यादा के पैकेज प्रधानमंत्री द्वारा लाए गए हैं।
:कृषि क्षेत्र की बेहतरी के लिए इसमें अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाए जाने की जरूरत है,जिसके लिए पहल की जा रही है।
:भारत में कुल मक्का उत्पादन में बिहार का 9 प्रतिशत योगदान है,देश में आंध्र प्रदेश,कर्नाटक,राजस्थान और महाराष्ट्र के बाद बिहार पांचवां सबसे बड़ा मक्का उत्पादक राज्य है।
:फिक्की व यस बैंक की ’भारतीय मक्का क्षेत्र पर तैयार रिपोर्ट-’’इंडियन मैज सेक्टर-सिक्यूरिंग सप्लाई सस्टेनेबली’’ को भी जारी किया गया।