
सन्दर्भ-16 मई 2022 को,राजस्थान के बूंदी,भीलवाड़ा और कोटा जिलों को कवर करने वाले रामगढ़ विषधारी अभयारण्य को भारत के 52 वें टाइगर रिजर्व (TR-TIGER RESERVE) के रूप में अधिसूचित किया गया।
प्रमुख तथ्य-:साथ में यह राजस्थान में चौथे टाइगर रिजर्व के रूप में भी अधिसूचित किया गया है।
:5 जुलाई, 2021 को राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA-National Tiger Conservation Authority),पर्यावरण,वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEF & CC) द्वारा सैद्धांतिक मंजूरी दी गई थी।
:रामगढ़ विषधारी टीआर राजस्थान का चौथा टाइगर रिजर्व है;तीन अन्य रणथंभौर टीआर, सरिस्का टीआर और मुकुंदरा टीआर हैं।
:प्रस्तावित टाइगर रिजर्व 1,501.89 वर्ग किलोमीटर में फैले राजस्थान के रणथंभौर और मुकुंदरा रिजर्व के दो प्रमुख बाघ गलियारों को जोड़ता है।
:रामगढ़ विषधारी अन्य वन्यजीव जानवरों जैसे भारतीय भेड़िया, तेंदुआ, धारीदार लकड़बग्घा, चिंकारा, मृग और लोमड़ियों का भी घर है।
:2019 में जारी “भारत में बाघों की स्थिति” रिपोर्ट के अनुसार,देश भर के 20 राज्यों में 2,967 बाघ हैं,इसके साथ ही भारत में विश्व के बाघों की 70 प्रतिशत आबादी रहती है।