सन्दर्भ-1 मई 2022 से नेशनल ओपन एक्सेस रजिस्ट्री (NOAR) ने सफलतापूर्वक काम करना शुरू कर दिया है।
प्रमुख तथ्य-इसे एक एकीकृत सिंगल विंडो इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म के रूप में डिजाइन किया गया है,जो अल्पकालिक पहुंच के साथ सभी प्रकार के हितधारकों के लिए उपलब्ध होगी।
:NOAR विद्युत मंत्रालय,भारत सरकार की पहल का हिस्सा है और CERC ने आवश्यक नियामक ढांचे को अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन में खुली पहुंच के 5वें संशोधन नियम के संचालन के माध्यम से अधिसूचित किया है।
:इसके कारण अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन प्रणाली में अल्पकालिक खुली पहुंच की व्यवस्था को स्वचालित किया जा सकता है।
:NOAR प्लेटफॉर्म RLDC या SLDC द्वारा जारी स्थायी मंजूरी और खुली पहुंच वाले ग्राहकों को अल्पकालिक खुली पहुंच प्रदान करने तथा हितधारकों को इस प्रकार की सूचनाएं उपलब्ध कराने के साथ अंतर-राज्यीय ट्रांसमिशन में अल्पकालिक ओपन एक्सेस से जुड़ी सूचनाओं के भंडार के रुप में कार्य करेगा।
:हितधारकों को ऑनलाइन भुगतान करने के लिए प्रदान किया गया भुगतान मार्ग और NOAR के साथ एकीकृत वित्तीय लेखांकन और अल्पकालिक ओपन एक्सेस लेनदेन पर नजर रखने की सुविधा प्रदान करेगा।
:NOAR के कार्यान्वयन और संचालन के लिए पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (POSCO) द्वारा संचालित नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर (NLDC) को नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है।
;NOAR बिजली बाजारों की तेजी से सुविधा और ग्रिड में अक्षय ऊर्जा (RE) के एकीकरण को सक्षम करने में महत्वपूर्ण होगा।
:NOAR अल्पकालिक बिजली बाजार तक आसान और तेज पहुंच के साथ खुली पहुंच वाले उपभोक्ता द्वारा निर्बाध बाजार भागीदारी को सक्षम करेगा।
:इसमें अखिल भारतीय मांग का लगभग 10% शामिल है।