
सन्दर्भ-भारत के उपराष्ट्रपति मुप्पावरापु वेंकैया नायडू ने 13 अप्रैल, 2022 को,भारतीय नामांकन (व्यक्तिगत) श्रेणी के तहत चंडीगढ़ के डॉ भूषण कुमार को और सहयोग कुष्ठ यज्ञ ट्रस्ट, गुजरात को संस्थागत श्रेणी के तहत कुष्ठ रोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय गांधी पुरस्कार,2021(international gandhi puraskar-2022) प्रदान किया।
प्रमुख तथ्य-नई दिल्ली में उपराष्ट्रपति निवास में कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता फैलाने और इससे पीड़ित लोगों की देखभाल करने की दिशा में उनके उल्लेखनीय प्रयासों के लिए प्रदान किया गया।
:वार्षिक पुरस्कार गांधी मेमोरियल लेप्रोसी फाउंडेशन द्वारा स्थापित किया गया था।
:भारत ने कुष्ठ उन्मूलन में प्रति हजार जनसंख्या पर एक मामले से भी कम का स्तर हासिल किया है।
:वैश्विक स्तर पर (2020-2021) पाए गए नए मामलों में भारत का हिस्सा 51% है।
सहयोग कुष्ठ यग्न ट्रस्ट के बारे में-
:सहयोग कुष्ठ यज्ञ ट्रस्ट का अर्थ है ईश्वर की कृपा।
:इसकी स्थापना 1988 में 20 कुष्ठ पीड़ित व्यक्तियों और 06 बच्चों के साथ की गई थी।
संस्थापक और ट्रस्टी -सुरेश सोनी।
गांधी मेमोरियल लेप्रोसी फाउंडेशन के बारे में-
:गांधी मेमोरियल लेप्रोसी फाउंडेशन (GMLF) की स्थापना 1951 में हुई थी।
:कुष्ठ रोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय गांधी पुरस्कार दो साल में एक बार प्रस्तुत किया जाता है और इसमें रु 2 लाख का नकद इनाम,एक पदक और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
:यह पुरस्कार दो व्यक्तियों या संस्थानों को प्रदान किए जाते हैं।