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सन्दर्भ-वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के अनुसार,1 जनवरी 2023 से पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में ईंधन के रूप में कोयले के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।
प्रमुख तथ्य-CAQM ने 8 जून 2022 को एक बयान में कहा,उन क्षेत्रों के लिए जहां पाइप्ड प्राकृतिक गैस (PNG) के लिए बुनियादी ढांचा और आपूर्ति पहले से ही उपलब्ध है,कोयले के उपयोग पर प्रतिबंध 1 अक्टूबर 2022 से लागू होगा।
:आयोग द्वारा औद्योगिक में पूरे एनसीआर से ईंधन के रूप में कोयले के उपयोग को समाप्त करने का निर्णय लिया गया था।
:चूंकि वायु प्रदूषण की चिंता पूरे एनसीआर और आस पास के क्षेत्रों में एक समान है।
:एनसीआर में उद्योगों में सालाना लगभग 1.7 मिलियन टन कोयले का उपयोग किया जाता है।
:आयोग ने एनसीआर में राज्य सरकारों को कई निर्देश जारी कर उद्योगों को पीएनजी पर स्विच करने के लिए कहा है।
:पिछले साल 7 दिसंबर को सीएक्यूएम ने 12 दिसंबर तक उन उद्योगों को बंद करने का आदेश दिया था जो आपूर्ति उपलब्ध होने के बावजूद पीएनजी के उपयोग में विफल रहे थे।
:पिछली सर्दियों में हवा की गुणवत्ता खराब होने के साथ,आयोग ने पीएनजी पर नहीं चलने वाले उद्योगों के संचालन के समय को भी सप्ताह में पांच दिन आठ घंटे तक सीमित कर दिया था।
:दिल्ली में उद्योगों को केवल पीएनजी या बिजली पर चलने की अनुमति है,दिल्ली सरकार के अनुसार,एनसीआर में सभी 1,607 पंजीकृत औद्योगिक इकाइयां पीएनजी में बदल गई हैं।
:राज्य सरकारों को निर्देश दिया गया था कि वे सभी चिन्हित औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी में बदलने के लिए समय-सीमा के साथ एक कार्य योजना तैयार करें,साथ ही जहां यह उपलब्ध नहीं है,वहां बुनियादी ढांचा और पीएनजी की आपूर्ति सुनिश्चित करने की योजना है।