सन्दर्भ-भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ तथा वर्तमान में जारी आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर डाक विभाग (DoP) के तहत इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने ‘फिन्क्लुवेशन (Fincluvation)’ पहल को लॉन्च किया।
प्रमुख तथ्य-यह पहल वित्तीय समावेशन के लिए समाधानों के सह-सृजन तथा नवोन्मेषण के लिए शुरू किया गया है।
:इसके लिए फिनटेक स्टार्टअप समुदाय का सहयोग भी लिया गया है।
:देश ने यूपीआई(UPI),आधार जैसे वैश्विक रूप से अग्रणी तकनीकी नवोन्मेषणों के द्वारा फिनटेक स्पेस में लम्बी छलांग लगाई है।
:फिनक्लुवेशन पहल इसी दिशा में उठाया गया एक कदम है।
:साथ ही लक्षित सार्थक वित्तीय उत्पादों के निर्माण की दिशा में स्टार्टअप समुदाय को प्रोत्साहन देने हेतु एक शक्तिशाली मंच की स्थापना करने की यह उद्योग की प्रथम पहल है।
:‘फिनक्लुवेशन सहभागी स्टार्टअप्स के साथ समावेशी वित्तीय समाधानों को सह-सृजित करने के लिए IPPB का एक स्थायी प्लेटफॉर्म होगा।
:IPPB तथा डाक विभाग सामूहिक रूप से निकटवर्ती डाक घर के माध्यम से लगभग 430 मिलियन ग्राहकों को 4,00,000 से अधिक विश्वसनीय तथा सक्षम डाक घर कर्मचारियों और ग्रामीण डाक सेवकों के द्वार उनके द्वार तक सेवा करेंगे,ताकि विश्व का सबसे बड़ा और भरोसेमंद डाक नेटवर्क बनाएंगे।
:फिन्क्लुवेशन,स्टार्टअप्स को सहभागी बनने, विचार देने,सहज तथा अनुकूल उत्पादों एवं सेवाओं- जिन्हें ग्राहकों तक पहुंचाया जा सकता है,का विकास तथा विपणन करने के लिए आमंत्रित करता है।
:स्टार्टअप्स को निम्नलिखित में से किसी भी ट्रैक के साथ संयोजित समाधान के साथ विकसित किया जा सकता है,
1-क्रेडिटाइजेशन
2-डिजिटाइजेशन
3-बाजार आधारित कोई भी समाधान
:फिन्क्लुवेशन के साथ,भारत के लिए प्रौद्योगिकी आधारित वित्तीय समाधान विकसित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं का उपयोग किया जा सकता है।