सन्दर्भ:
: केंद्रीय मंत्री ने भारत के राष्ट्रीय एआई बुनियादी ढांचे के बड़े विस्तार की घोषणा की, जिसमें 15,916 नए जीपीयू शामिल किए गए, जबकि कैबिनेट ने एआई स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए इंडिया एआई मिशन के लिए 10,300+ करोड़ रुपये मंजूर किए।
इंडिया एआई मिशन के बारे में:
: भारत AI भारत सरकार द्वारा एक संरचित सार्वजनिक-निजी भागीदारी मॉडल के तहत स्वदेशी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षमताओं, बुनियादी ढांचे, डेटासेट और स्टार्टअप विकसित करने के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है।
: इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा लॉन्च किया गया।
: इसे मार्च 2024 में कैबिनेट द्वारा अनुमोदन के बाद शुरू किया गया।
: इसका उद्देश्य:–
- भारत में AI बनाएं और AI को भारत के लिए काम करने दें।
- शासन, स्टार्टअप और नागरिकों के लिए AI की पहुँच और उपयोग का लोकतंत्रीकरण करें।
- स्वदेशी नींव और भाषा मॉडल बनाएँ।
- नैतिक, सुरक्षित और जिम्मेदार AI को बढ़ावा दें।
- एक आत्मनिर्भर AI नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र बनाएँ।
: इसकी मुख्य विशेषताएँ:-
- बड़े पैमाने पर कंप्यूट बूस्ट: भारत में अब 34,000 से अधिक GPU हैं, जो बड़े AI मॉडल के प्रशिक्षण को सक्षम करते हैं।
- फाउंडेशनल मॉडल डेवलपमेंट: भारत-विशिष्ट बहुभाषी LLM और वॉयस AI मॉडल बनाने के लिए सर्वम AI, सोकेट AI, ज्ञानी AI और गण AI जैसे स्टार्टअप का चयन।
- एआई इनोवेशन सेंटर (IAIC): अनुसंधान, आधारभूत मॉडल और प्रतिभा प्रतिधारण को आगे बढ़ाने के लिए एक अग्रणी शैक्षणिक संस्थान।
- ओपन डेटासेट प्लेटफ़ॉर्म (AI कोष): 367 से अधिक डेटासेट पहले ही अपलोड किए जा चुके हैं; इसका उद्देश्य AI अनुसंधान और शासन के लिए सार्वजनिक डेटा तक पहुँच में सुधार करना है।
- स्टार्टअप फाइनेंसिंग और टैलेंट पाइपलाइन: इसमें स्टार्टअप फंडिंग, टियर-II शहरों में AI लैब और स्नातकों और स्नातकोत्तरों के लिए AI कौशल विकास कार्यक्रम शामिल हैं।
- नैतिक और सुरक्षित AI: सभी क्षेत्रों में सुरक्षित, विश्वसनीय और समावेशी AI परिनियोजन के लिए रूपरेखाओं का विकास।
- वैश्विक AI नेतृत्व: स्वदेशी नवाचार और वैश्विक सहयोग के माध्यम से भारत को AI-संचालित देशों की शीर्ष लीग में स्थान दिलाने का लक्ष्य।